आज के दौर में ऐसे स्टूडेंट्स की कमी नहीं हैं, जो लीक से हटकर अपना करियर बनाना चाहते हैं। जानिए कुछ ऐसे ही ऑफबीट्स करियर के बारे में, जहां करियर के भरपूर अवसर हैं...

योग: सेहत के साथ कमाई:- आज भारत में ही नहीं, बल्कि दुनियाभर में योग की प्रसिद्धी काफी तेजी से बढ़ रही है। तनावपूर्ण जीवनशैली से निजात दिलाने की वजह से ट्रेंड योग इंस्ट्रक्टर डिमांड में हैं। योग इंस्ट्रक्टर के लिए स्कूल-कॉलेज, हॉस्पिटल्स आदि में जॉब्स के अवसर मौजूद हैं।

कोर्स ऐंड क्वालिफिकेशन:- योग इंस्ट्रक्टर के लिए प्रोफेशनल ट्रेनिंग जरूरी है। 10वीं या 12वीं के बाद योग से रिलेटेड कोर्सेज में एडमिशन ले सकते हैं। कई इंस्टीट्यूट्स में इससे संबंधित सर्टिफिकेट, डिप्लोमा और डिग्री कोर्स चलाए जा रहे हैं। इसके अलावा, योग में रिसर्च यानी पीएचडी भी कर सकते हैं।

जॉब अपॉच्र्युनिटी:- स्कूल-कॉलेजों में योग इंस्ट्रक्टर बनने के अलावा, लेक्चरर, रीडर व प्रोफेसर बनने का ऑप्शन भी होता है। हॉस्पिटल्स, एंप्लायीज ट्रेनिंग सेंटर्स आदि में भी इनकी सेवाएं ली जाती हैं। योग इंस्ट्रक्टर के तौर पर विभिन्न निजी कंपनियां, होटलों, अस्पतालों में भी अपनी सेवा दे सकते हैं या फिर खुद का कोचिंग सेंटर भी खोल सकते हैं। आमतौर पर योग इंस्ट्रक्टर की सैलरी क्लाइंट्स की संख्या और फीस पर निर्भर करती है। शुरुआती दौर में कोई भी इंस्ट्रक्टर करीब 20-25 हजार रुपये प्रतिमाह आसानी से अर्जित कर सकते हैं।

स्पोर्ट्स मैनेजमेंट: खेल का प्रबंधन
आज देश में क्रिकेट ही नहीं, फुटबाल, हॉकी, बैडमिंटन, बॉक्सिंग, टेनिस, कुश्ती जैसे खेल और इनके खिलाड़ियों की लोकप्रियता भी दर्शकों के बीच काफी बढ़ गई है। खिलाड़ी और खेल को लोकप्रिय बनाने में स्पोर्ट्स मैनेजमेंट से जुड़े प्रोफेशनल्स की अहम भूमिका होती है। वे मैच के आयोजन से जुड़ी हर छोटी-बड़ी चीज का प्रबंधन करते हैं। आज इस फील्ड से जुड़े प्रोफेशनल्स की डिमांड दुनियाभर में है।

कोर्स ऐंड क्वालिफिकेशन
स्पोर्ट्स मैनेजर बनने के लिए स्पोट्?र्स मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा जरूरी है। कोई भी ग्रेजुएट इस कोर्स में एडमिशन ले सकता है। फिजिकल एजुकेशन में ग्रेजुएट स्टूडेंट्स स्पोर्ट्स मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएट कर लेते हैं, तो उनके लिए चांसेज काफी बढ़ जाते हैं। देश के विभिन्न यूनिवर्सिटीज में स्पोट्र्स मैनेजमेंट के अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स संचालित किए जाते हैं।

जॉब अपॉच्र्युनिटी
देश-विदेश में स्पोर्ट्स के बढ़ते आयोजन के साथ-साथ स्पोट्र्स चैनलों की बढ़ती संख्या व खिलाड़ियों को ब्रांड एम्बेसेडर बनाए जाने से स्पोट्र्स मैनेजमेंट से जुड़े प्रोफेशनल्स के लिए स्कोप बढ़ गए हैं। इस फील्ड में आप ईवेंट मैनेजर, स्पोर्ट्स एजेंट, ब्रांड प्रमोटर, ब्रांडिंग एक्सपर्ट, सिलेब्रिटी मैनेजर, ग्राउंड मैनेजर, गेम प्रमोटर, स्पोर्ट्स टूरिस्ट सहित स्पोर्ट्स एनालिस्ट आदि के तौर पर काम कर सकते हैं। शुुरुआती सैलरी करीब 20 से 30 हजार रुपये प्रतिमाह होती है।

 

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